♻🚸 नोआम चाम्स्की का भाषा सिद्धांत 🚸♻
📚🎯 शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी 🎯📚
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🌷चाम्सकी को जेनेरेटिव ग्रामर के सिद्धांत का प्रतिपादक एवं बीसवीं सदी के भाषा विज्ञान में सबसे बड़ा योगदानकर्ता, माना जाता है। 
🍦चाम्सकीय भाषाविज्ञान की शुरुआत उनकी पुस्तक सिंटैक्टिक स्ट्रक्चर्स से हुई मानी जा सकती है 🍦
📒 चाम्स्की के अनुसार भाषा सीखे जाने के क्रम में वैज्ञानिक शोध के साथ चलती रहती है 🔰
📗 चाम्स्की के अनुसार सभी बच्चों को एक सहज भाषा अधिग्रहण डिवाइस (एलएडी) कहा जाता है। सैद्धांतिक रूप से, एलएडी मस्तिष्क का एक क्षेत्र है जिसमें सभी भाषाओं के लिए सार्वभौमिक वाक्यविन्यास नियम हैं। यह उपकरण सीखी शब्दावली का उपयोग करके उपन्यास वाक्य बनाने की क्षमता वाले बच्चों को प्रदान करता है।📗
💐 सिद्धान्त-
🖍🖌 बच्चो में भाषिक क्षमता जन्मजात होती है 🖌🖍
📍अर्थात भाषा हमें जन्मजात रूप (innate capacity) से मिलती है और बच्चे भाषा अर्जन क्षमता के कारण भाषा सीखते है🎯
🌷उन्होंने सार्वभौमिक व्याकरण के सिद्धांत का प्रस्ताव दिया है। ... उनके अनुसार हमारी यही जन्मजात विशेषता हमें उन वाक्यों को पहचानने में हमारी मदद करती है जो व्याकरण की दृष्टि से तो ठीक है किन्तु उनका मतलब कुछ नहीं होता है 🌷
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Jun 14CTET & State TET Exams

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Gajendra Singh
Gajendra SinghMember since Oct 2018
असाध्य ते साध्य । करिता सायास । कारण अभ्यास।
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